किरायेदारों के भी हैं कानूनी अधिकार

भारत में किरायेदार के क्या अधिकार है
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किरायेदारों के भी हैं कानूनी अधिकार

किरायेदारों के भी हैं कानूनी अधिकार

अक्सर मकान मालिक किराएदारों को कानून का हवाला देकर अपने अधिकार बताते हैं  लेकिन दोनों के बीच निष्पक्ष और न्यायसंगत संबंध बनाये रखने के लिए किरायेदारों के भी कानूनी अधिकार है

किराए का मकान ढूंढना और उसमें बसा लंबी प्रक्रिया है इसमें समय के साथ-साथ पैसा भी काफी खर्च हो जाता है इसीलिए लोग ठोक बजाकर किराए का मकान तय करते हैं परंतु कुछ मामलों के अनुबंध होने के बावजूद किराएदार को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है अब आप किसी और के घर में रह रहे हैं इसीलिए किराएदार किसी गड़बड़ी के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाए हालांकि किरायेदारों के लिए भी कानून बने हैं जिनमें उनके अधिकारों का जिक्र किया गया है

रहने योग्य आवास का अधिकार

किराए के अधिकारों में से एक है रहने योग्य आवास का अधिकार मकान मालिक किराएदारों को ऐसे परिसर उपलब्ध कराने के लिए बाध्य है जो मानव निवास के लिए उपयुक्त हो, इसमें संपत्ति यानी मकान संरचनात्मक रूप से मजबूत हो , कीटों से मुक्त हो और पानी वह बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से लैस हो | यह सभी इस हक के तहत आती हैं अगर किराएदार इन बिल के भुगतान में देरी करता है तो मालिक कनेक्शन नहीं काट सकता यह कदम केवल नगर निगम अधिकारियों या सेवा प्रदाता द्वारा ही उठाया जा सकता है|

बेदखली से सुरक्षा का अधिकार

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भारतीय कानून किराएदारों को मकान मालिकों द्वारा मनमानी ढंग से बेदखली से बचने के लिए सुरक्षा प्रदान करता है किराएदार और मकान मालिक के बीच हुआ अनुबंध 11 महीने का होता है इस बीच मालिक किराएदार को घर खाली करने के लिए नहीं कह सकते, मकान मालिक किराएदार को केवल कानून द्वारा निर्धारित विशिष्ट परिस्थितियों में ही बेदखल कर सकते हैं जैसे किराया न देना, घर को नुकसान पहुंचाना, मलिक को घर की मरम्मत करनी है, मालिक ने मकान बेच दिया है या किराएदार समझोते का उल्लंघन कर रहा हो आदि|

कानूनी सहारे का अधिकार

किसी भी विवाद या मकान मालिक द्वारा उनके की अधिकारों के उल्लंघन के मामले में किरायेदारों को कानूनी सहारा लेने का अधिकार है|  वे शिकायतों के निवारण और अपने अधिकारों को लागू करने के लिए उपयुक्त सिविल अदालत या किराया नियंत्रण अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं|

निजता का अधिकार

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किराएदारों को मकान मालिक  के अनुचित हस्तक्षेप के बिना परिसर में गोपनीयता (प्राइवेसी) और शांतिपूर्ण आनंद का अधिकार है| मकान मालिकों द्वारा किराएदार की गोपनेता का सम्मान करना जरूरी है आपातकालीन मामलों को छोड़कर मकान मालिक किराएदार को पूर्व सुनिश्चित किए बिना उनकी अनुमति के बगैर संपत्ति में प्रवेश करने का  अधिकार नहीं है|

उचित किराए का अधिकार

किराएदार ऐसे किराए का भुगतान करने के हकदार  हैं जो उचित हो और क्षेत्र के क्षेत्र में समान संपत्तियों के लिए प्रचलित बाजार दलों के अनुरूप हो | मकान मालिक मनमानी ढंग से किराया नहीं बढ़ा सकते या बिना कारण बताएं अत्यधिक शुल्क नहीं लगा सकते |

सुरक्षा जमा राशि का अधिकार

मकान मालिक और किराएदार के बीच हुए अनुबंध मे किराए की रकम के साथ-साथ सुरक्षा जमा राशि का भी जिक्र  होता है आमतौर पर किराए की राशि के साथ जमा राशि 3 महीने के किराए के बराबर होती है मकान खाली करने के बाद मलिक सुरक्षा जमा राशि देने से इनकार नहीं कर सकता | हां, अगर संपत्ति को किसी प्रकार की क्षति पहुंची है तो मकान मालिक इस जमा राशि से उचित रकम काट सकता है|

ये  भी है अधिकार

  • अगर घर में कोई मरम्मत होनी है तो उसे खर्च का भुगतान मकान मालिक की जिम्मेदारी है अगर किराएदार स्वयं मरम्मत करने की जिम्मेदारी लेता है तो मालिक किराएदार को उतने ही रकम चुकाने को बाध्य है|
  • किराए का भुगतान करने पर किराएदार घर में करके मालिक से रसीद मांग सकता है मकान मालिक इसे देने से इनकार नहीं कर सकता|

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